15 Best General Science question : दोस्तों आज हम लोग कुछ सामान्य विज्ञान प्रश्न के बारे में जानेंगे | दोस्तों अगर आप अपने आस-पास देखेंगे तो बहुत ऐसी घटनाएं होती है जो आपको पता नहीं होता है और आप उसके बारे में जानने की कोशिश करते है | तो दोस्तों आज हम वैसे ही कुछ प्रश्न के बारे में जानेंगे | और जो भी आपके मन में प्रश्न है ओ सारे प्रश्न के जवाब मिल जायेंगे |तो दोस्तों आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढियेगा |
15 Best General Science question
1. नॉन स्टिक बर्तनों में खाना क्यों नहीं चिपकता ?
नॉन स्टिक बर्तनों में टेफ्लॉन (Teflon) की परत चढी होती है टेफ्लान फ़्लोरिन युक्त पॉलिमर (Fluorine Containing Polymers) है जिसका रासायनिक नाम पोलि-ट्रेन फ्लोरो एथिलीन (Tetrafluoroethylene) (PTFE) है।
यह ऊष्मा के प्रभावों के प्रति अत्यंत प्रतिरोधी होता है इसका घर्षण गुणांक भी बहुत कम होता है तथा इसमें एन्टी-स्टिक गुण होता है अतः इसमें खाना पकाने पर खाना नहीं चिपकता।
2. समुद्र नीला क्यों दिखाई देता है?
समुद्र के पानी का रंग भी वास्तव में उपलब्ध पानी के रंग की तरह कोई रंग नहीं होता फिर भी यह नीला दिखाई देता है क्योंकि जब सूर्य के प्रकाश की किरणें समुद्र पर गिरती है, विशेषकर उस जगह पर जहाँ इसका जल गहरा और स्वच्छ होता है तो वहाँ से परावर्तित होने के बाद इस प्रकाश में मौजूद सात रंगों में से केवल नीला रंग ही हमारी आंखों तक पहुँचता है यही कारण है कि समुद्र हमें नीला दिखाई देता है।
3. वर्षा काल में नमक, पापड़, पुस्तकें आदि नम क्यों हो जाती है?
वर्षाकाल में वायु में जलवाष्प (water-vapour) की मात्रा अधिक होती है। वायु में जलवाष्प की उपस्थिति आर्द्रता कहलाती है। वायु में उपस्थित इसी नमी को सोख कर ये वस्तुएं नम हो जाती है।
4. गर्मी में हल्के रंग के कपड़े पहनना क्यों पसंद किया जाता है?
हल्के रंग के कपड़ों पर पड़ने वाले सूर्य के प्रकाश का अधिकतर भाग परावर्तित होकर वापस मुड़ जाता है जबकि गहरे रंग के कपड़े सूर्य के प्रकाश के अधिकतर भाग को अपने मइ समाहित कर लेता है और गर्मी के दिनों में परेशानी पैदा करता है। जबकि हल्के रंग वाले कपड़े इसे वायरस लौटाकर शरीर को शीतलता का अनुभव करते हैं।
5. नींबू, संतरा, टमाटर, इमली आदि स्वाद में खट्टे क्यों होते हैं?
नींबू, संतरा, टमाटर, इमली की कोशिकाओं की रिक्तिकाओं में धुलित अवस्था में साइट्रिक अम्ल, हार्टरिक अम्ल व ऑक्जेलिक अम्ल का संग्रह होता है जो स्वाद में खट्टे होते हैं। नींबू, संतरा में स्थित इन रासायनिक पदार्थो के कारण ही नींबू, संतरा, टमाटर, इमली का स्वाद खट्टा होता है |
6. समुद्र का पानी स्वाद में खारा क्यों लगता है?
समुद्र के पानी में सोडियम क्लोराइड (नमक) अधिक मात्रा में घुला रहता है। इसी लवण की उपस्थिति के कारण समुद्र का पानी खारा लगता है। वास्तव में जो नमक हम अपने घरों में खाना बनाने में इस्तेमाल करते हैं वो नमक समुद्र से ही निकाला जाता है।
प्रश्न ये उठता है की आखिर समुद्र में ये सोडियम क्लोराइड यानी नमक आखिर आता कहाँ से है? आइये हम बताते हैं।
नमक आदि लवण हैं जो भूमि की चट्टानो में पाए जाते हैं। जब नदियां इन चट्टानों आदि के ऊपर से गुज़रती हैं तो अपने साथ ये लवण आदि भी घोलकर ले जाती हैं। यही वो नमक होता है जो समुद्र में पाया जाता है।
7. क्या आप जानते हैं- मानव मृत सागर में डूब नहीं सकते ऐसा क्यों?
मृत सागर भूमिगत है और पृथ्वी पर सबसे कम घाटी में है। आसपास के गांवों के सभी खनिजों को एक पूल में धोया जाता है, जो बारी-बारी से सूरज के द्वारा पकाया जाता है। यह लवण को इतना ध्यान देता है कि मृत सागर समुद्र के रूप में 10 गुना नमकीन है
घने, नमकीन पानी में, एक छोटा सा शरीर बहुत बड़े पैमाने पर विस्थापन करता है, और अधिकांश शरीर पानी से बाहर रहता है एक व्यक्ति को डूबना मुश्किल होता है, जब उनका अधिकांश हिस्सा कॉर्क जैसी पानी के ऊपर तैरता है।
8. पक्षी हवा में कैसे उड़ते हैं?
उड़ने का सिद्धांत कुछ ऐसा ही है जैसा की पानी में तैरना। उड़ने के लिए संतुलन और स्थायित्व दो मूल शर्तें हैं।
पक्षी जब उड़ते हैं तो तो पंख फड़फड़ाते हैं। पंख फड़फड़ाने से हवा विस्थापित होती है। इससे पंखों के ऊपर और नीचे का दवाब अलग अलग हो जाता है और परिणामी दवाब या बल ऊपर की और लगता है। तो ये तो हुआ की पक्षी उड़ते कैसे हैं। अब बात आती है संतुलन की।
संतुलन के लिए कुछ पक्षी लगातार पंख फड़फड़ाते रहते हैं और कुछ दूसरे पक्षी जैसे की चील आदि कुछ इस तरह अपने पंखों को मोड़कर एडजस्ट करते हैं की संतुलन बना रहता है। इसमें पक्षियों की पूंछ भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
9. पतंग को एक धागे के सहारे इतनी ऊंचाई तक कैसे उड़ा सकते हैं?
उड़ने के लिए दो शर्तें हैं – संतुलन और स्थायित्व स्थायित्व या उड़न-बल हवा के दवाब व डोर पर लगने वाले अपकेंद्र बल से। संतुलन मिलता है पतंग की शेप से ।
जब पतंग उड़ती है तो हवा पतंग के सामने की ओर से लगती है जिससे उच्च वायुदाब बनता है। पतंग के दूसरी ओर दाब कम होता है इस दाब अंतर के कारण पतंग हवा में ऊपर उठती है। जब पतंग ऊपर उठती है तो दूसरी ओर पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति इसे नीचे की ओर भी खींचने का प्रयास करती है, परन्तु डोर के तनाव की वजह से पतंग संतुलित हो जाती है।
10. यदि कीप को बोतल के मुंह से बिल्कुल लगाकर रखते हैं तो पानी का परवाह में होता है किंतु अगर कीप को थोड़ा ऊपर उठा ले तो पानी का प्रवाह बढ़ जाता है ऐसा क्यों?
यह एक साधारण सी चीज़ है जो हम सबने देखी या महसूस की होगी. परन्तु इसके पीछे क्या प्यारा सा विज्ञान छुपा हुआ है , आइये जानते हैं।
कीप में आ रहे पानी की वजह से हवा बाहर निकल नहीं पाती है। नतीजा– पानी को बोतल में अंदर आने के लिए जगह नहीं होती।
अब अगर कीप को थोड़ा ऊपर उठा लें तो बोतल के भीतर की हवा साइड से निकल जाती है और कीप से पानी अंदर आना शुरू हो जाता है।
11. दौड़ते समय श्वास तेजी से क्यों चलती है?
इस प्रश्न का उत्तर जानने से पहले, हम चाहते हैं कि आप ये सोचें की हम सभी सांस क्यों लेते हैं ? क्या आप जानते हैं।
ऑक्सीजन की आवश्यकता हमारे शरीर को कई सारे कार्यों के लिए होती है। इनमें से सबसे मुख्य है ऊर्जा का निर्माण को मानव शरीर की कोशिकाएं इस ऑक्सीजन की सहायता से भोजन द्वारा ऊर्जा बनाती रहती हैं। इसके लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
अब बात आती है की दौड़ते वक़्त हम साँस तेज़ी से क्यों लेने लगते हैं। इसका उत्तर ये है की हमें दौड़ते वक़्त अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है कोशिकाएं जल्दी जल्दी कार्य कर रही होती हैं। इसलिए सांस तेज़ चलना आरम्भ हो जाती है। और इसे ही सांस फूलना कहते हैं।
12. नाटकों में नकली वर्षा या कृत्रिम वर्षा कैसे होती हैं?
विज्ञान ने आज क्या कुछ नहीं किया है। एक कुछ ऐसी ही एक चीज़ है कृत्रिम बारिश का होना। क्या है कृत्रिम वर्षा और कैसे कराई जाती है ये, आइये जानते हैं।
बिना मौसम के कहीं भी बारिश कराना कृत्रिम वर्षा कहलाता है। विभिन्न स्थानों पर इच्छानुसार नकली वर्षा करने के लिये सिल्वर आयोडाइड, यूरिया या ड्राई आइस जा प्रयोग करते है। कोयले की आग में “सिल्वर आयोडाइड” छिड़कने से धुंये के बादल बन जाते हैं जिन्हें उड़ाकर कृत्रिम वर्षा की जाती है।
13. लंबी कूद में खिलाड़ी कूदने के पूर्व काफी दूर से तेजी से दौड़ता हुआ क्यों आता है?
इसका कारण संवेग संरक्षण का सिद्धांत है। खिलाड़ी दूर से दौड़ कर आता है जिसमें वो ज़्यादा से ज़्यादा गति को प्राप्त करने का प्रयास करता है।
संवेग = द्रव्यमान x वेग
ज़्यादा संवेग की वजह से कूदने पर खिलाड़ी दूर तक पहुँच सकता है। वास्तव में आपने ऐसा करते हुए क्रिकेट में तेज़ गेंदबाज़ों को भी देखा होगा। वो भी दूर से दौड़ कर आते हैं ताकि गेंद ज़्यादा से ज़्यादा तेज़ फेंक सकें।
14. घरों में कमरों की छत के निकट रोशनदान क्यों लगाए जाते हैं?
रौशनदान शब्द बना तो है रौशनी शब्द से किन्तु इसका इस्तेमाल सिर्फ रौशनी की वजह से नहीं किया जाता। इस काम को तो खिड़की द्वारा भी किया जा सकता है। फिर क्या उपयोग हो सकता है भला रौशनदान का … आइये चर्चा करते हैं।
घरों में कमरों की दीवार में छत के निकट रोशनदान लगाये जाते हैं। हम भौतिकी प्रश्नों में इस बात की चर्चा कर चुके हैं की गर्म हवा ऊपर उठती है। कमरे में व्यक्तियों के श्वसन तथा अन्य कारणों से हवा गर्म होकर ऊपर उठती है और रोशनदान से निकल जाती है इसका स्थान लेने के लिये खिड़कियों से ताज़ी ठंडी हवा अन्दर आ जाती है। इसी कारण घरों में कमरों की छत के निकट रोशनदान लगाये जाते हैं।
इसलिए कमरों वगैरह में एग्जॉस्ट फेन्स (Exhaust fans) भी लगाए जाते हैं जो इस क्रिया को तेज़ कर देते हैं।
15. जब मोमबत्ती को हवा के एक सीमित दायरे में बंद कर दिया जाता है तो यह क्यों बुझ जाती हैं?
वस्तुओं को जलने के लिए ऑक्सीजन चाहिए होती है। वास्तव मैं वैज्ञानिक दृष्टि से जलना किसी भी वस्तु का ऑक्सीकरण ही है।
जब जलती हुई मोमबत्ती को हवा के एक सीमित दायरे में बंद कर दिया जाता है तो उसको ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। सीमित दायरे में जितनी ऑक्सीजन होती है, तब तक वह जलती रहती है जैसे ही ऑक्सीजन समाप्त होती है, मोमबत्ती बुझ जाती है।